Max Lab
Mar 03, 2025
यह एक आम यौन समस्या है जिसमें पुरुष पूर्ण रूप से या आंशिक रूप से स्तंभन करने में असमर्थ होते हैं। यह समस्या कई कारणों से उत्पन्न हो सकती है, जिनमें शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के कारक शामिल होते हैं। इस ब्लॉग में, हम स्तंभन दोष के कारण, स्तंभन दोष के लक्षण, स्तंभन दोष के इलाज के बारे में जानकारी और स्तंभन दोष व्यायाम के बारे में विस्तार से जानेंगे।
स्तंभन दोष के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के हो सकते हैं। आइए जानते हैं स्तंभन दोष के कारण:
स्तंभन दोष के लक्षण पहचानने से इसका सही समय पर इलाज किया जा सकता है। यह लक्षण धीरे-धीरे विकसित हो सकते हैं या अचानक भी प्रकट हो सकते हैं। आइए जानते हैं स्तंभन दोष के लक्षण:
स्तंभन दोष का इलाज विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। सही उपचार का चुनाव इसके कारणों पर निर्भर करता है। स्तंभन दोष के इलाज के बारे में जानकारी निम्नलिखित है:
यदि किसी व्यक्ति की जीवनशैली या आदतें इसे बढ़ाने में योगदान देती हैं, तो कुछ एहतियाती कदम अपनाकर इस जोखिम को कम किया जा सकता है। हालांकि, कुछ ऐसे कारक भी होते हैं जिन्हें पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता। लेकिन कुछ स्वस्थ आदतों को अपनाकर इस स्थिति के जोखिम को कम किया जा सकता है:
स्तंभन दोष के लिए व्यायाम करने से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है और यौन स्वास्थ्य सुधरता है। निम्नलिखित स्तंभन दोष व्यायाम मददगार हो सकते हैं:
स्तंभन दोष एक सामान्य समस्या है, जिसे सही समय पर पहचाना और इलाज किया जा सकता है। स्तंभन दोष के लक्षण समझकर उचित उपचार और स्तंभन दोष व्यायाम को अपनाकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। यदि यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
कीगेल एक्सरसाइज, जिसे पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज भी कहा जाता है, एक ऐसा व्यायाम है जिससे पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों को मजबूत किया जाता है | यह महिलाओं तथा पुरुषों दोनों के लिए उपयोगी है |
कीगल एक्सरसाइज को नियमित रूप से प्रत्येक दिन 2 से 3 बार करें | यह पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत , मूत्राशय सम्बंधित रोग, शीघ्रपतन तथा अन्य रोगों में काफी उपयोगी व्यायाम है
पुरुषों को कीगल एक्सरसाइज करने के निम्न लिखित चरण (steps ) हैं -
१. जमीन पर योग मैट या चादर बिछाकर बैठें या लेटें.
२. अपनी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को कस लें.
३. अब मांसपेशियों को आराम दें और 3 से 5 तक की गिनती करें.
आप यह एक्सरसाइज मूत्र करते समय भी कर सकते हैं
- मूत्र करते समय, मूत्र प्रवाह को रोकें (3 -5 सेकंड या ज्यादा )
इसे 2 -3 बार दोहराएं
ऐसा दिन में 3 बार (सुबह, दोपहर और रात) 10 बार करना है, लेकिन बेहतर है इस बारे में आप अपने डॉक्टर या एक्सपर्ट से भी एक बार करें.
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