कैंसर आज की दुनिया में एक ऐसी बीमारी है जिसने लाखों लोगों को प्रभावित किया है। डब्लूएचओ की माने तो भारत में हर 10 में से एक इंसान कैंसर से पीड़ित है और हर 15 में से एक व्यक्ति की कैंसर से मौत हो सकती है। इस लेख में हम कैंसर के लक्षण, कारण, निदान और उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
कैंसर क्या है?
कैंसर शरीर की कोशिकाओं(Cells) के अनियंत्रित वृद्धि का परिणाम है। सामान्यतः हमारी कोशिकाएं नियंत्रित तरीके से विभाजित होती हैं और मर जाती हैं, लेकिन कैंसर के मामले में यह प्रक्रिया बाधित हो जाती है। कैंसर में कोशिकाएं बिना किसी रोक-टोक के विभाजित होती रहती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। अगर यह ट्यूमर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है, तो इसे मेटास्टेसिस कहा जाता है।
कैंसर के लक्षण
कैंसर कई प्रकार के होते है जैसे ब्रैस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर, स्किन कैंसर, लंग कैंसर जिनके लक्षण भी एक-दूसरे से भिन्न होते हैं। वहीं, कैंसर के लक्षण कई प्रकार के हो सकते हैं। कैंसर के प्रारंभिक लक्षण साधारण बीमारियों जैसे दिख सकते हैं, इसलिए इन पर ध्यान देना आवश्यक है:
- अचानक वजन कम होना
- बुखार जो लगातार बना रहता है
- थकावट जो आराम करने से भी ठीक नहीं होती
- शरीर में गांठ या सूजन
- त्वचा का रंग बदलना
- लगातार खांसी या सांस लेने में दिक्कत
- खून की उल्टियां या मल में खून आना
- घाव जो लंबे समय तक ठीक नहीं होते
कैंसर की लास्ट स्टेज के लक्षण में शरीर में अत्यधिक कमजोरी, भोजन करने में कठिनाई, और आंतरिक अंगों की कार्यक्षमता में कमी शामिल हो सकती है।
कैंसर के कारण
कैंसर के कई कारण हो सकते हैं। कुछ मुख्य कारणों में शामिल हैं:
- आनुवांशिक कारण:
कुछ कैंसर अनुवांशिक होते हैं, यानि परिवार में किसी सदस्य को कैंसर हो तो आगे की पीढ़ियों में भी इसके होने की संभावना बढ़ जाती है। - क्या कैंसर अनुवांशिक बीमारी है? – हां, कुछ प्रकार के कैंसर अनुवांशिक हो सकते हैं जैसे ब्रैस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलन कैंसर।
- धूम्रपान और शराब का सेवन:
तम्बाकू और शराब का सेवन कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। फेफड़ों, गले, मुंह और लीवर का कैंसर विशेष रूप से इससे प्रभावित होता है। - आहार और जीवनशैली:
अस्वास्थ्यकर खानपान और जीवनशैली से भी कैंसर का जोखिम बढ़ता है। जंक फूड, अधिक फैट युक्त आहार और शारीरिक गतिविधियों की कमी से कैंसर की संभावना बढ़ती है। - वायरस और बैक्टीरिया:
कुछ वायरस और बैक्टीरिया भी कैंसर का कारण बन सकते हैं, जैसे ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (HPV) से सर्वाइकल कैंसर और हेपेटाइटिस बी और सी से लिवर कैंसर। - किरणें और रसायन:
लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में आने से कैंसर का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, कुछ रसायनों के लगातार संपर्क में रहना, जैसे कि एस्बेस्टस, कैंसर का कारण बन सकता है।
कैंसर का निदान
कैंसर का निदान जितनी जल्दी हो, इलाज के सफल होने की संभावना उतनी ही अधिक होती है। कैंसर के निदान के लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जाते हैं:
- बायोप्सी: इसमें संदिग्ध ऊतक का नमूना लेकर उसकी जांच की जाती है।
- इमेजिंग टेस्ट: X-Ray, CT स्कैन, MRI और अल्ट्रासाउंड का उपयोग करके कैंसर की स्थिति और उसका स्थान जाना जाता है।
- ब्लड टेस्ट: कुछ प्रकार के कैंसर के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं की उपस्थिति का संकेत दे सकता है।
कैंसर के स्टेज
कैंसर के स्टेज से यह निर्धारित किया जाता है कि बीमारी शरीर में कितनी फैल चुकी है। इसे चार मुख्य चरणों में बांटा गया है:
स्टेज 1: कैंसर शुरुआती चरण में होता है और इसका इलाज संभव होता है।
स्टेज 2 और 3: इस चरण में कैंसर आस-पास के टिश्यू या अंगों में फैलने लगता है।
स्टेज 4: यह कैंसर की अंतिम अवस्था होती है, जब यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल चुका होता है। इस चरण में इलाज करना मुश्किल हो जाता है और लक्षण गंभीर हो जाते हैं।
कैंसर का इलाज
कैंसर का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है, जो कैंसर के प्रकार, स्टेज और व्यक्ति की शारीरिक स्थिति पर निर्भर करता है। कुछ सामान्य इलाज निम्नलिखित हैं:
- सर्जरी: अगर कैंसर सीमित क्षेत्र में हो, तो सर्जरी द्वारा ट्यूमर को हटाया जा सकता है।
- कीमोथेरेपी: इस विधि में दवाओं का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।
- रेडिएशन थेरेपी: इसमें उच्च ऊर्जा वाली किरणों का इस्तेमाल करके कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।
- इम्यूनोथेरेपी: यह उपचार शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके कैंसर से लड़ने में मदद करता है।
- हॉर्मोन थेरेपी: यह उपचार उन कैंसर के लिए होता है जो हार्मोन से प्रभावित होते हैं, जैसे स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर।
कैंसर से बचाव
कैंसर से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतना ज़रूरी है:
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
- स्वस्थ आहार लें जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों।
- नियमित रूप से व्यायाम करें और अपने वजन को नियंत्रित रखें।
- सूरज की हानिकारक किरणों से बचने के लिए धूप से सुरक्षा लें।
- अगर परिवार में कैंसर का इतिहास है, तो नियमित रूप से जांच कराते रहें।
कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही समय पर निदान और उपचार से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। कोई भी लक्षण दिखाई देने पर अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।




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